बेटी जी
प्राण देकर भी सती धर्म बचाओ बेटी,
विशुद्ध वंश की मर्याद निभाओ बेटी,
आंख में जिस तरह काजल निर्वाह करता है,
उसी तरह से मेल बढ़ाओ बेटी।
जॉय सर्वस्व मगर धर्म न जाने दीजिए,
सत्य के नाम पर बलिदान चढ़ायो बेटी,
तिवारी परिवार का श्रृंगार ना जाने पाय,
चाहे धन धाम का बलिहार कराइए बेटी।