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4 Jan 2017 · 1 min read

****बेटियाँ***

04.01.17 **बेटियाँ** सांय 6.48
***************
बेटियाँ बाबुल के बगीचे की शान होती हैं
बेटियाँ …बाबुल की बुलबुल .. .और
********
माँ ..के दिल का अरमान होती है
उसकी चहचहाट घर आंगन खेत –
*******
खलियान में …लाती है रौनक
बेटियाँ …बिन मांगी मुराद होती हैं
*******
बेटों से…..लाख होशियार.. होती है
बेटियाँ…. बाबुल की जान होती है
***
फिर …………………भी
*********
अपने ……ही …..घर …..में
दो ..दिन की ..मेंहमान….होती है
**********
बेटियाँ..माँ के दिल का अरमान होती हैं
बेटियाँ माँ के दिल की फरियाद होती है
****. ***
बेटियों से ग़म की राह आसान होती है
बेटियाँ…खुशियों का पैगाम होती हैं
********
बेटियों से ही चलता घर और वर
बेटियों से ही यह संसार चलता है
*********
बेटियों से ही यह संसार चलता है।।
*******
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
733 Views
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