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31 May 2023 · 1 min read

बेटियाँ

घर आंगन में खिलती सदाबहार सी बेटियाँ
सुबह की पहली किरण सी चंचल बेटियाँ
सदा चहकती हुई चिड़िया सी बेटियाँ
हर घर में उजियारा लाती है बेटियाँ

जिस आंगन में खेलती बेटियाँ
शोभा हरदम बढ़ाती बेटियाँ
जाने कब बड़ी हो जाती
हो जाती पराई ये बेटियाँ

मुख पर मृदु मुस्कान होंठों पर गीत
ममता के आँचल में पली बेटियाँ
परिवार की जान दो घर की शान
त्याग सेवा समर्पण की पहचान

सम्बन्ध संस्कारो की पावन डोर बेटियाँ
जीवन के प्रवाह में कठिन राह पर
सदा मुस्कुराती हुई सी बेटियाँ
हरदम संभल जाती है बेटियाँ

जीवन राह पर आगे बढ़ जाती बेटियाँ
साहस दिखलाकर युग परिवर्तन कर
नई मिसाल कायम कर देती बेटियाँ
हर वक्त संवर जाती है बेटियाँ |

नेहा
खैरात (अलवर) राजस्थान

Language: Hindi
2 Likes · 275 Views
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