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12 Aug 2022 · 1 min read

बेजुबान जानवर अपने दोस्त

जिस प्रकार हवाओं का कोई किनारा नहीं होता है
उसी प्रकार बेजुबान जानवरो का कोई सहारा नहीं होता है
मानते हैं कि बेजुबान जानवर बोल नहीं सकते
लेकिन वो इंसानों के हर भाव को समझ तो सकते है
जब घर में छोटे बच्चे का पालन पोषण किया जाता है
ठीक उसी प्रकार अगर कोइ छोटे जानवर का भी पालन पोषण करे उनसे दोस्ती करे
तो वो भी अपने बहुत करीब हो जाते हैं
जानवरो को सड़को के किनारे मार देते है
ऐसा बहुत गलत होता है क्योंकी
उनका भी समूह, परिवार होता है।
जानवरो का आज के दौर में ये है हाल
कि इंसान ही बन गया है उनका सबसे बड़ा काल
मनोज तानाण
(Manoj Tanan)

3 Likes · 1 Comment · 238 Views
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