Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

बेंटियो का ममत्व

बेटियां ना चाहते हुए भी मां के आंसुओं की वजह बनती हैं।
आंचल में दुबकी रही जो सदा ममता का विरह सहती है।।
कहते हैं पराई होती हैं बेटियां पर मां
कहां यह समझती है।
बेटों से अतिरिक्त स्नेह बेटी के लिए मां दिल में संजोए रखती है।।
बेटी फिर कही दूर देश में बैठकर ,
मां को अपने आस पास खोजती है,
कुछ सवालों की उधेड़बुन में वो खोई रहती है।
दवा देती थी कभी मैं तुमको।
आज समय पर ले लेती हो ना?
मेरे खयालों में सदा रहती हो ।
अपना ख्याल रखती हो ना?
अकेले रहती हो पता है मुझे पर,
अकेलापन तो महसूस नहीं करती हो ना?
मैं तुम्हें ही हर पल सोचती रहती हूं
तुम मुझे याद करती हो ना?
जब भी देखती हूं आईना, तुम्हारी छाया लगती हूं
मां मैं तुम्हारे जैसी ही लगती हूं ना?

194 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तेरी याद आती है
तेरी याद आती है
Akash Yadav
एकाकीपन
एकाकीपन
लक्ष्मी सिंह
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
3425⚘ *पूर्णिका* ⚘
3425⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर
न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
किसी ने दिया तो था दुआ सा कुछ....
किसी ने दिया तो था दुआ सा कुछ....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
Subhash Singhai
*अध्याय 12*
*अध्याय 12*
Ravi Prakash
मदर इंडिया
मदर इंडिया
Shekhar Chandra Mitra
लोग एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त हुए
लोग एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त हुए
ruby kumari
मन खामोश है
मन खामोश है
Surinder blackpen
There are instances that people will instantly turn their ba
There are instances that people will instantly turn their ba
पूर्वार्थ
काँटों के बग़ैर
काँटों के बग़ैर
Vishal babu (vishu)
मुहब्बत
मुहब्बत
Pratibha Pandey
राहतों की हो गयी है मुश्किलों से दोस्ती,
राहतों की हो गयी है मुश्किलों से दोस्ती,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
KAJAL NAGAR
काश.! मैं वृक्ष होता
काश.! मैं वृक्ष होता
Dr. Mulla Adam Ali
युवा
युवा
Akshay patel
*होली*
*होली*
Dr. Priya Gupta
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
Bodhisatva kastooriya
,,,,,
,,,,,
शेखर सिंह
आत्मा की आवाज
आत्मा की आवाज
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
झुकता हूं.......
झुकता हूं.......
A🇨🇭maanush
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
Sanjay ' शून्य'
*जी लो ये पल*
*जी लो ये पल*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
राह कठिन है राम महल की,
राह कठिन है राम महल की,
Satish Srijan
हवाओं ने बड़ी तैय्यारी की है
हवाओं ने बड़ी तैय्यारी की है
Shweta Soni
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
Paras Nath Jha
Loading...