बुलंद हौंसले
बुलंद है हौंसले
बुलंद है आवाज़
है यही सही समय
तुम सजा दो साज़
न करो कोई फ़िक्र
बस देखो अपनी मंज़िल
कोई कुछ भी कहे
मत भूलो हो तुम काबिल
बढ़ते रहो समझबूझ के साथ
माना बाधाएं भी आएंगी हज़ार
पार कर लोगे कोई भी बाधा
है पास तुम्हारे शिक्षा का औजार
केवल हौंसला रखना है तुम्हें
कभी हारना नहीं है तुम्हें
माना असफलता भी मिलेगी कभी
कोशिश करना नहीं छोड़ना है तुम्हें
सबको साथ लेकर चलना है
कभी रुकना नहीं है तुम्हें
रास्ते के रोड़ों को हटाते हुए
हमेशा आगे बढ़ना है तुम्हें
जीत जाओगे तुम
है ये यकीन मुझे
मंजिल पर पहुंचने से
कोई रोक नहीं सकता है तुझे
पहुंचकर मंजिल पर
नहीं ठहरना है तुम्हें
नई मंजिल को पाने के लिए
अब जुट जाना है तुम्हें।