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11 Jul 2021 · 1 min read

बुरा मानता है

ये दिल भी शैतान बच्चे सा है
कहां ये मेरा कहा मानता है,

तेरी तस्बीह पढ़़ता है मुशलशल
तुम्हें ही दुनिया और खुदा मानता है,

हमारे दरमियाँ फ़ासले रहें इस वबा में
और वो हैं जो इस बात का बुरा मानता है,

मैं तस्दीक करता हूं हर एक बात की “लूसी”
एक तुम हो जो कानों का सुना मानता है,

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