Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2021 · 2 min read

बुद्धु बक्सा ( tv) और हम ( हास्य व्यंग कविता)

कहा तो जाता है इसे बुद्धू बक्सा ,
मगर वास्तव में यह बड़ा सयाना है ,

अपना मायाजाल फैला कर मायावी ,
हमें किया इसने बहुत दीवाना है।

समझते सत्य जो है इसमें दिखता,
परंतु सब झूठी फैलाई हुए प्रपंचना है।

जानते है सब मगर फिर भी फंसते है ,
बटन ऑन होते ही बुद्धि हर जाना है ।

खुद की समस्याएँ कोई नहीं जीवन में,
फिर पात्रों के जीवन में क्यों घुसना है ?

उलझे रहते हैं खुद किन्हीं उलझनों में,
पर खलनायकों के कुचक्रों में उलझना है।

उसपर से एकता कपूर के धारावाहिक !
भाई ! खींचो जितना लंबा खींचना है ।

अनगिनित और भांति भांति के चैनल्स ,
जैसे मीडिया की मंडी में दुकानें सजना है।

ख़त्म हो जाए जिंदगी मगर जुनून बरकर,
पीडी दर पीडी जो इसने बस चलते रहना है।

भक्ति चैनल्स का नाम लो बाबाओं की फ़ौज,
रंग बिरंगे,रंगीले हावभाव के संग पधारना है।

परंतु एक काम इसका तारीफ के काबिल है,
उत्पन्न की नई पीढ़ी में इसने भक्ति भावना है।

धर्म ग्रंथो से लेकर पुराण संबंधी धारावाहिक ,
महाभारत और रामायण से परिचय करवाना है।

धार्मिक भावनाओं से जुड़े निर्माताओं ने तो ,
झड़ी लगवा दी काम उनका देवी देवताओं पर ,
धारावाहिक बनाना है।

और कभी इतिहास को दोहराते धारावाहिक ,
उद्देश्य देश के वीरों/ वीरांगनाओं की दास्तान ,
दोहराना है।

यह तो रही धार्मिक और ऐतिहासिक प्रशंसा ,
इसका काम राजनीति में भी दिलचस्पी पैदा
करना है।

देश में विभिन्न प्रकार के राजनीतिक दल है ,
उनके नेताओं के चरित्र से परिचय करवाना है।

ढेर सारे खबरिया चैनल्स और उनके वाचक ,
तौबा ! हुनर खबरों को मसाले लगाकर परोसना है।

देश विदेश के सब तरह के समाचार प्रस्तुत है ,
इस बुद्धु बक्से के सौजन्य से पूर्ण पैसा वसूल ,
होना है।

कुल मिलाकर यह यंत्र नवरसों का अद्भुत खजाना है,
सुख दुख खुशी गम सभी का अनमोल तराना है।

प्रयोग करो इसका समझदारी से तो बहु उपयोगी है,
ज्ञान ,विज्ञान , कला, संस्कृति और यहां तक के ,
मानव को मानवता सिखाने की प्रेरणा है ।

छुरी सब्जी भी काटती है और किसी का गला भी ,
अब यह उक्त व्यक्ति की मानसिकता पर निर्भर है,
उसने इसका उपयोग किस प्रकार करना है।

Language: Hindi
1 Like · 592 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
माँ तेरे आँचल तले...
माँ तेरे आँचल तले...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*वह अनाथ चिड़िया*
*वह अनाथ चिड़िया*
Mukta Rashmi
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
Dr Archana Gupta
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
प्रेम.....
प्रेम.....
हिमांशु Kulshrestha
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4534.*पूर्णिका*
4534.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपराह्न का अंशुमान
अपराह्न का अंशुमान
Satish Srijan
"चलो जी लें आज"
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
जाय फिसल जब हाथ से,
जाय फिसल जब हाथ से,
sushil sarna
किसने कहा, आसान था हमारे 'हम' से 'तेरा' और 'मेरा' हो जाना
किसने कहा, आसान था हमारे 'हम' से 'तेरा' और 'मेरा' हो जाना
Manisha Manjari
मैं अक्सर उसके सामने बैठ कर उसे अपने एहसास बताता था लेकिन ना
मैं अक्सर उसके सामने बैठ कर उसे अपने एहसास बताता था लेकिन ना
पूर्वार्थ
🙅आज का सवाल🙅
🙅आज का सवाल🙅
*प्रणय*
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
Ajit Kumar "Karn"
" जीत "
Dr. Kishan tandon kranti
बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए
बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए
नूरफातिमा खातून नूरी
मिथक से ए आई तक
मिथक से ए आई तक
Shashi Mahajan
अनुभूति
अनुभूति
Punam Pande
ये  कैसी  मंजिल  है  इश्क  की.....
ये कैसी मंजिल है इश्क की.....
shabina. Naaz
Pollution & Mental Health
Pollution & Mental Health
Tushar Jagawat
*आज छठी की छटा निराली (गीत)*
*आज छठी की छटा निराली (गीत)*
Ravi Prakash
? ,,,,,,,,?
? ,,,,,,,,?
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Seema Garg
पत्थर की अभिलाषा
पत्थर की अभिलाषा
Shyam Sundar Subramanian
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
एहसास के सहारे
एहसास के सहारे
Surinder blackpen
CISA Certification Training Course in Washington
CISA Certification Training Course in Washington
mayapatil281995
सहारा...
सहारा...
Naushaba Suriya
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
Dr fauzia Naseem shad
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Loading...