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8 Nov 2021 · 1 min read

बुंदेली दोहे- उरैन

बिषय- उरैंन

1

आंगन में तुलसी लगे,
द्वारे डरत उरैंन।
ऊ घर की विपदा टरे,
मिलत रये सुख चैंन।।
***

2

ऊ घर की सोभा बढ़े,
लगतइ जितै उरैंन।
रोग कीट आवे नईं,
खुसी मिले सुख चैंन।।
***

3

पक्को फर्श करा लओ,
कैसे लगत उरैन।
रिपटतइ गुरा टूटते,
मिलत नईं अब चैंन।।
****

© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
(मौलिक एवं स्वरचित)

Language: Hindi
1 Like · 582 Views
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