बीबी से बहस
करे जो बीबी से गर बहस तो ,
तहस नहस ही ये जिंदगी है।
गुलाब जैसी ये जीस्त समझो,
अगर जो बीबी से बन्दगी है।
अगर वो दिन को जो रात कह दे ,
तो रात मानो क्या दिल्लगी है।
वो ही तुम्हारी है पार्टनर भी ,
वो ही तुम्हारी मनो नबी है।
बड़े भले उम्र में भी तुम हो ,
मगर सभी मे वो ही बड़ी है।
सदा कपट वाली सोच तजना,
तुम्हारे बाजू सदा खड़ी है।
*
कलम घिसाई*