बीज
पुरुष बीज हो सकते थे
और स्त्री धरा
जो धारण कर सकती थी
बीज को
और दे सकती थी
एक बीज के एवज में
सैकड़ों बीज … प्रतिदान में
महानता के चादर में
नहीं लपेटा जा सकता
सिर्फ स्त्री या सिर्फ पुरुष को
धरा बीज के बिना सुनी
बीज धरा के संग मिल कर
ही हुआ गुणी ?
~ सिद्धार्थ