बिल
बिल
हरिया बहुत गिड़गिड़ाया, बहुत हाथ जोड़े, कहता रहा, “गरीब आदमी हूँ डॉक्टर साहब, आपका बिल नहीं चुका सकता। पत्नी के इलाज में सब कुछ बिक गया।” लेकिन डॉक्टर का दिल नहीं पसीजा।
डॉक्टर बोला, “तेरी पत्नी की लाश तभी मिलेगी, जब तू हॉस्पिटल का बिल चुका देगा।”
डॉक्टर की निष्ठुरता और अपनी खाली जेब देख कर हरिया ने निर्णय लिया कि वह अपनी पत्नी की लाश नहीं लेगा।
हरिया डॉक्टर से बोला, “ठीक है डॉक्टर साहब इसका अंतिम संस्कार आप ही कर देना।”
इतना कह कर वह हॉस्पिटल से चल पड़ा।
तभी डॉक्टर के सहायक ने उसे रोका और कहा, “डॉक्टर ने आपको बुलाया है।” हरिया मुड़ा और डॉक्टर के पास पहुंच गया।
डॉक्टर ने दुत्कारते हुए, घृणा भरे भाव से कहा, “ले जा डैडबॉडी, जब बिल नहीं चुका सकता तो क्यों आया था इलाज करवाने।
-विनोद सिल्ला