बिल्लू पिंकी बबलू बंटी बबली सब देना
क्षमा चाहता हूँ मैं इस अपराध के लिए
बच्चे चाहता हज़ार इस स्वार्थ के लिए
जीवन पथ पर फूल काटें दोनो मिलेंगे
बना गर मेरे कारण जो विषाद के लिए
बिल्लू पिंकी बबलू बंटी बबली दे देना
राग रंग की महाफिल में संवाद के लिये
भूत भविष्य आस्तिवहीन ना हो हमारा
जीवन हो खशियो से आबाद के लिये
समझो मेरी आकांक्षा मेरी चाहत को
बच्चे देना हज़ार इस परमार्थ के लिये