बिछड़न [भाग २]
सात जन्म का वादा करके
बीच मे क्यों चल दिए हमें छोड़।
जाते-जाते तुमने यह भी न बताया,
कहाँ चल दिए और किस ओर।
अब तुम ही बताओं हमें
मैं तुमको ढूँढू कैसे,
कहाँ और किस ओर।
जब रिशता तुमने जोड़ा था,
बोले थे यह है पक्का जोड़।
जब प्यार की बातें की थी,
तुमने चारों तरफ मचा के शोर
फिर क्यों अकेले चूपचाप निकल गए,
हमें अकेला तनहाई में छोड़।
अब यह आँखे ढूँढ रही है,
तुमको चारों ओर,
और तुम हो जो ऐसे छुपकर बैठे हो,
जैसे छुपता है कोई चोर।
आज भी दिल मेरा बुला रहा है,
तुम्हें मचा-मचा के शोर।
पर न जाने तुम क्यों
नही हमें बता रहे हो,
अपना ठिकाना अपना ठौर।
~अनामिका