बावरे नैना
तेरे दीदार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।
तेरे बस प्यार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।।1।।
मैं प्यासा हूँ कहूँ तुझसे, मेरे ओ बावरे नैना।
बुझा दो ना मेरी ये प्यास, मेरे ओ बावरे नैना।।2।।
नहीं कोई है इस जग में, कहूँ मैं हाल ये किससे।
नहीं कोई भी है अपना, कहूं मैं ख्याल ये किससे।।3।।
मैं तड़पा हूँ कहूँ कैसे, नहीं ये बात मैं जानू।
तू समझेगी न जाने कब, यही मैं बात ना जानू।।4।।
तू समझेगी ये पक्का है, मेरा विश्वास कहता है।
तू मेरी है यकी मुझको, मेरा हर स्वास कहता है।।5।।
तू आएगी मुझे लेने, नहीं इसमें मुझे शक है।
तेरे दिल में बस मैं हूँ, जो तेरा ही तो बस हक है।।6।।
तेरे दीदार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।
तेरी मुस्कान को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।।7।।
तू मुझसे रूठ जाती है, कहीं यूँही ना रह जाऊँ।
तू देदेना दर्श मुझको, कहीं यूँही ना मर जाऊँ।।8।।
कहे ललकार ये तुझसे, तू ममता ही लूटा मुझपे।
मेरा मरना भी मुश्किल है, मेरा जीना भी मुश्किल है।।9।।
तेरा हंसना जरूरी है, तेरा खिलना जरूरी है।
तेरा मिलना जरूरी है, तेरा आँचल जरूरी है।।10।।
तेरे दीदार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।
तेरे बस प्यार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।।11।।
ललकार भारद्वाज