बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे
(2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
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(1×2=2) दो चूहे मोटे मोटे,
(2×2=4) चार कान छोटे छोटे।
(3×2=6) छः घरों में जाते थे,
(4×2=8) आठ रोटी खाते थे।
(5×2=10) दस दिनों तक मौज उड़ाई,
(6×2=12) बारहवें दिन आफत आयी।
(7×2=14) चौदह रुपये का पिंजरा आया,
(8×2=16) सौलह घण्टे तक लगाया।
(9×2=18) अट्ठारह बार बच गये दोनों,
(10×2=20) बीसवीं बार में फंस गए दोनों।
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स्वरचित कविता 📝
✍️रचनाकार:
राजेश कुमार अर्जुन