-बालिका। (बालिका दिवस)
मेरे आंगन की दो चिड़िया,
मम्मी-पापा की प्यारी गुड़िया,
न्यौछावर कर दे तुमको हम सारी खुशियां,
तुम दोनों हो हमारे दिल का टुकड़ा,
कौन कहता है, पराई होती है बिटिया!
दो घर की शहनाई होती है बिटिया,
अनुभवों से भर दे हम तुम्हारी गगरिया,
ताकि कभी छलके नहीं तुम्हारी अंखियां,
सीखा दे हर परेशानी से निपटना,
हौसलों से जकड़ी रहे तुम्हारी चुनरिया,
एक दिन छू लो दोनों गगनचुंबी यां
तुम दोनों हो हमारी लाडली बिटिया।
_ सीमा गुप्ता (अलवर)
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