बालगीत : ज्ञानी जी आए हैं !!!
बालगीत : ज्ञानी जी आए हैं ¡¡
¤ दिनेश एल० “जैहिंद”
ज्ञानी जी आए हैं…….
गिरी मूँछ, लम्बी दाढ़ी ।
हाथ में डंडा, सिर पे टोपी ।।
टिक खूब बढ़ाए हैं….
ज्ञानी जी आए हैं ।
(1)
कांधे अँगोछा, गले जनेऊ ।
चुनऊ धोती, पैर खड़ाऊँ ।।
आँखों ऐनक चढ़ाए हैं….
ज्ञानी जी आए हैं ।
(2)
बड़े वो हँसाएं, बड़े वो पढ़ाएं ।
डाँट पिलाएं, छड़ी भी गिराएं ।।
अच्छे ज्ञानी हम पाए हैं…..
ज्ञानी जी आए हैं ।
(3)
कुछ पूरब से, कुछ पछिम से ।
कुछ उत्तर से, कुछ दछिन से ।।
भंडार ज्ञान का लाए हैं…..
ज्ञानी जी आए हैं ।
(4)
थोड़ी संस्कृत, थोड़ी हिन्दी ।
थोड़ी उर्दू , थोड़ी अंग्रेजी ।।
सब सिखलाने आए हैं…..
ज्ञानी जी आए हैं ।
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दिनेश एल० “जैहिंद”
30. 01. 2018