Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

यादों की बारिश

याद तो उसकी बहुत आती है,
पर कुछ मजबूरी आड़े आती है,
बहुत कुछ कहना चाहे दिल,
पर एक दूरी साथ आती है
माना कि वो समझ लेता सब कुछ,
पर कह देने से इक राहत आती है…,
क्या कहे क्या न् कहे ,
ये तोड़ के बंधन ,
बस जज़्बात की आंधी आती है,
कहते हैं जिस्मों से भी क्या मिलना..,
पर उसकी खुशबू से न जाने क्यों?
कैसी ये आवारगी आती हैं?
छु कर भी छु नही सकते
फिर भी मिल सकूँ उनसे
चाहत की ऐसी बारिश आती है।
पूनम समर्थ (आगाज ये दिल)

Language: Hindi
1 Like · 101 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कफन
कफन
Kanchan Khanna
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
Rj Anand Prajapati
*Each moment again I save*
*Each moment again I save*
Poonam Matia
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
शेखर सिंह
पास आकर मुझे अब लगालो गले ,
पास आकर मुझे अब लगालो गले ,
कृष्णकांत गुर्जर
स्वयं पर नियंत्रण रखना
स्वयं पर नियंत्रण रखना
Sonam Puneet Dubey
दिल से गुज़र के
दिल से गुज़र के
Dr fauzia Naseem shad
मॉं जय जयकार तुम्हारी
मॉं जय जयकार तुम्हारी
श्रीकृष्ण शुक्ल
नारी शक्ति.....एक सच
नारी शक्ति.....एक सच
Neeraj Agarwal
भारत की सेना
भारत की सेना
Satish Srijan
ज्यामिति में बहुत से कोण पढ़ाए गए,
ज्यामिति में बहुत से कोण पढ़ाए गए,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"आईना "
Dr. Kishan tandon kranti
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
Amulyaa Ratan
कुछ दुआ की जाए।
कुछ दुआ की जाए।
Taj Mohammad
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
Mohan Pandey
4967.*पूर्णिका*
4967.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फिसला जाता रेत सा,
फिसला जाता रेत सा,
sushil sarna
गुज़रते हैं
गुज़रते हैं
हिमांशु Kulshrestha
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
Shweta Soni
International  Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
#मातृभाषा हिंदी #मातृभाषा की दशा और दिशा
#मातृभाषा हिंदी #मातृभाषा की दशा और दिशा
Radheshyam Khatik
King of the 90s - Television
King of the 90s - Television
Bindesh kumar jha
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
अर्चना मुकेश मेहता
व्यंग्य कविता-
व्यंग्य कविता- "गणतंत्र समारोह।" आनंद शर्मा
Anand Sharma
The Breath
The Breath
Otteri Selvakumar
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कभी शिद्दत से गर्मी, कभी बारिश की फुहारें ,
कभी शिद्दत से गर्मी, कभी बारिश की फुहारें ,
पूर्वार्थ
*ऋषिगण देते हैं शाप अगर, निज भंग तपस्या करते हैं (राधेश्यामी
*ऋषिगण देते हैं शाप अगर, निज भंग तपस्या करते हैं (राधेश्यामी
Ravi Prakash
संघर्ष और निर्माण
संघर्ष और निर्माण
नेताम आर सी
Loading...