बारिश ने क्या धूम मचाया !
हाय ये हाय ! क्या मौसम आया ,
बारिश ने तो धूम मचाया ।
कई दिनों बाद फिर छाता खुलवाया ,
चारों ओर जल ही जल बरसाया ।
हाय ये हाय ! क्या मौसम आया ,
कहीं किचड़ कहीं पानी जमाया ।
इधर का उधर , उधर का कहीं और सामान पहुंचाया ,
नाली में भी कूड़ा-करकट भर आया ।
दिल्ली में तो सरकार ने गली है खुदवाया ,
फिर भी बारिश को ये समझ ना आया ।
उसने भी अपना करतब है दिखाया ,
उजड़ी सड़क को दलदल बनाया ।
हमारी हालात भी कुछ ऐसा लाया ,
चाल 20मीटर प्रति मिनट से 20सेंटीमीटर प्रति मिनट पर आया ।
इसी बीच बसंत पंचमी का त्यौहार भी आया ,
उत्सव मनाने का निर्णय पे अंधियारा है छाया ।
अंतिम परीक्षा के दिन भी नियराया ,
विद्यालय जाना न हो पाया ।
इस हालात ने भी नया सबक सिखाया ,
हर हालात में धैर्य रखना नया गुण हैं समाया ।
जनवरी नहीं श्रावन का महीना है आया ,
ठंडी में और तापमान नीचे आया ।
हाय ये हाय ! क्या मौसम आया ,
बारिश ने तो धूम मचाया ।