बारिश का मौसम
बारिश का मौसम क्यों घर में, सबको सबसे सुहाना लगता है।
अक्सर साथ बैठ जाते हैं सब,चाय के साथ पकौड़ी खाना अच्छा लगता है।।
सुबह देर तक सोना फिर उठ कर,चाय के लिए आवाज लगाना अच्छा लगता है।।
पहली बारिश की फुहार के पड़ते ही,बारिश में नहाना अच्छा लगता है।
पूरा दिन मस्ती का आलम और बच्चों संग, हँसना और हँसाना अच्छा लगता है।।
चारों तरफ ये हरियाली और आंगन में, चिड़ियों का चहचहाना अच्छा लगता है।
धुले हुए से आसमान पर अचानक,इंद्रधनुष का आ जाना अच्छा लगता है।।
बंद कर सब दरवाजे और खिड़की,आओ बैठ जाएं सब मिलकर।
बंद कर बिजली चला कर पंखा या ए सी,फिर पिक्चर का माहौल बनाना अच्छा लगता है।।
जब कोई उठना नहीं चाहता है तभी तो मैडम से कह चाय मंगाना अच्छा लगता है।
गुस्से से उनका देखना मुझको और फिर चाह संग पकौड़ी का आना अच्छा लगता है।।
कहे विजय बिजनौरी क्यों घर में, ये मौसम सबको सबसे सुहाना लगता है।
अक्सर साथ बैठ जाते हैं सब,चाय के साथ पकौड़ी खाना अच्छा लगता है।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी