बाय बाय 2016
कैसे सोलह शुरू हुआ था ,जिसका आज आखरी दिन है ।
नमन हमारा आप सभी को , साल का देखो अंतिम दिन है ॥
पहले माफ़ी हाथ जोड़ कर ,गर कोई भूल हुई हो हमसे ।
आपका दिल तो बहुत बड़ा है ,और फ़िर आप बड़े है हमसे ॥
करूँ शुक्रिया उन लोगों का , जो नफरत करते है हमसे ।
मज़बूती का कारण वो है , हर उलझन तब सुलझी हमसे ॥
धन्यवाद उनको भी कहना , प्यार किया जिसने भी हमसे ।
क्योंकि उनके प्यार कि खातिर , जीते है हम हर जंग सबसे ॥
प्रार्थना करनी है अब रब से , जीवन मेरा देन है उसकी ।
सुख दुख देन उसी कि तो है , उसको प्यारे है हम सबसे ॥
विजय बिज़नोरी