*बाबा साहेब ने कहा था*
बाबा साहेब ने कहा था
आखिरी वक्त
सावधान
कभी भी छल सकता है वक्त
इसलिए
मैं तुन्हें आगाह करता हूं
खोना मत अपने अधिकारों को यूं
बड़ी मुश्किल से जीती है मैंने ये जंग
सावधान सम्भलकर चल
देखकर चल
मेरा ये उठा हुआ हाथ सदैव
तुम्हें सावधान करता रहेगा
तुम मेरे इस बलिदान को
यूं ही व्यर्थ ना जाने देना
मेरी कही बात को ध्यान रखना
मुझे अपनों से ही डर लगता है
गैरों से तो मैं सावधान रहता हूं
आज दूसरा हमे हरा नहीं सकता
डरा नहीं सकता मगर
अपना ही हमे मरा सकता है
इसलिए सावधान
गैरों से और अपनों से
तभी हमारी अस्मिता बची रह सकती है
मैंने जो तुम्हारे लिए
निर्माण का रास्ता बनाया है
उस रास्ते पर सम्भलकर चलने की
मेरे इस निर्वाण दिवस पर सपथ लो
मेरी ये प्रतिमा तुम्हे आगाह करती है
अपनी प्रगति के इस
कारवां को रुकने नहीं देना
अनवरत चलते रहना
पहरुहे सावधान रहना ।।
?मधुप बैरागी