बापू तेरे देश में…!!
हो रहे जगह जगह दंगे फसाद
बापू तेरे देश में
अमन चैन लुट गये हैं आज
बापू तेरे देश में।
खुलेआम होता गुनाह
सत्याग्रह की भूले राह
चल पड़ा है लाठीचार्ज
बापू तेरे देश में।
हो रहे जगह….।
अंग्रेजों से मुक्ति पायी
अंग्रेजी को पकड़ लिया
नया तरीका पुरानी राह
बापू तेरे देश में।
हो रहे जगह….।
कैसा नमन कैसी श्रद्धा
भूले खादी भूले चरखा
बनकर रह गये परम्परा
बापू तेरे देश में।
हो रहे जगह….।
रचनाकार – कंचन खन्ना, मुरादाबाद,
(उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक – ०१/१०/२०१८.