*बापू जी *
बापू जी
आंखों में गोल चश्मा लगाए,
हाथ मे लाठी ले कमर में घड़ी बांधे सरपट तेज रफ्तार से चल सबके मन लुभाया।
गुलामी के बंधन से भारत देश वासियों को स्वतंत्र कराया।
सत्य अहिंसा परमो धर्म का पथपर्दशक बन पाठ पढ़ाया।
जनमानस को जागरूक कर ,आत्म निर्भर आत्मसात कराया।
दांडी यात्रा नमक सत्याग्रह बन तेज रफ्तार चल नई दिशा नये एहसास कराया।
देशवासियों के प्रति जागरूक अभियान चलाया।
स्वस्थ भारत का नारा देकर भारतीयों को जागरूक बनाया।
स्वतंत्र भारत आजाद हिंद फौज लड़ते हुए आजादी का झंडा फहराया।
सत्य राह पर चल अहिंसा परमो धर्म महान कार्य कर जनमानस को जाग्रति दिलाया।
भारत माँ के लाडले सच्चे सपूत बन,देश का मान सम्मान बढाया।
संस्कृति सँस्कार सभ्यताओं का परिचायक बन नैतिकता का पाठ पढ़ाया।
दुश्मनों से लोहा मनवाने सजक प्रहरी देश को आजाद कराया।
अहिंसा के पथ प्रदर्शक बन देश भक्त नोजवानों का उत्साह बढ़ाया।
देश को विकसित करने युवा पीढ़ी को आगे लाकर विकास की ओर अग्रसर कराया।
जय हिंद वन्देमातरम ?
शशिकला व्यास