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13 Apr 2024 · 1 min read

बादलों की उदासी

बादलों की उदासी
क्या पढ़ी है
कभी तुमने,

बादलों की पीड़ा
बरसी थी
एक दिन
मेह बनकर

क्या गहा था तुमने!!!

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