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सिद्धार्थ गोरखपुरी
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9 Nov 2024 · 1 min read
बात
मुचलके पर रिहा हुई है बात मेरी
किसी के रूबरू इतनी है औकात मेरी
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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