बात नजरो से जब जब आगे बढ़े
बात नजरो से जब जब आगे बढे़,
आग दिल के भितरवा भडके लगे |
रोग ना जाने दिल मे कैसा लगा,
चैन मिलता नही नही जियरा लगे ||
दिल मे रूसबाईयो की तो हद ही नही,
प्रीत के बीज दिल मे खिले ही नही |
तेरे बिन रात हमरी कटती नही
न ही चैन मिले न ही जियरा लगे ||
दिल के कोने ने हमको देदो जगह,
प्यार ऐसा करो ताकी दिल न जले|
कृष्णा पास आके तू मेरे लग जागे
चैन मिलता नही न ही दिलवा लगे||