बात-चीत से कुछ नहीं होगा,अब तो सीधा वार करो –आर के रस्तोगी
बात-चीत से कुछ नहीं होगा,अब तो सीधा वार करो |
बात-चीत का समय खत्म है,अब तो करारी चोट करो ||
लातो के भूत बातो से न माने,अब तुम क्यों बात करो ?
पहले भी बात हुई थी,उनके परिणामो पर जरा गौर करो ||
मिली है छूट अब सेना को,थोडा अब तुम इंतजार करो |
बात करने इमरान भी आये, उसका तुम बहिष्कार करो ||
मरवाया है जिन शहीदों को, उन जयचंदों को खत्म करो |
अच्छा मौका है अब,धारा तीन सौ सत्तर को खत्म करो ||
दर्द जानो उन मात-पिता का,जिनका बेटा शहीद होता है |
वे नेता उनका दर्द क्या जाने,जिनका बेटा नहीं होता है ||
क्यों होता है शहीद गरीब का,क्यों नहीं नेताओ का होता है |
एक नाम बताओ उस नेता का, जिसका बेटा शहीद होता है ||
सबूत देने का समय नहीं है,अब तुम पाक का संहार करो |
आर पार की लड़ाई लड़नी है,अब तुम किस्सा खत्म करो ||
आर के रस्तोगी