बातों-बातों में
बातों-बातों में कुछ
ऐसी बात निकली
बोलनेवाले की बात,
दूसरे को बेहद खली
धीरे धीरे बातों ने
लिया रूप विवाद का
और फिर चला दौर
आरोप प्रत्यारोप का
इस हद तक
बढ़ गया द्वेष
हितैषी बने बैरी
बंद हुई बात
चित्रा बिष्ट