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25 Jul 2019 · 1 min read

बहुत माहिर हैं

बहुत माहिर हैं

वो
साध लेते हैं
समीकरण
वक्त के मुताबिक

साध लेते हैं
शब्दों को
हालात के मुताबिक

देते हैं वक्तव्य
सार्वभौमिक
कल्याणार्थ

चढ़ा रखे हैं
चेहरे पर चेहरे
बदल लेते हैं मुखौटा
हवा के
रुख के मुताबिक

उनके सभी चेहरे
करते हैं
दिगभ्रमित

करते हैं
वास्तविकता से दूर
बहुत हैं माहिर वो
समीकरण साधने में

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
1 Like · 180 Views
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