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30 Oct 2024 · 1 min read

बहुत बोल लिया है

बहुत बोल लिया है
अब सुनने की बारी है
कहने को तो बहुत कुछ है पास में
लेकिन हमें तो मौन की बीमारी है
अलग थलग रहने की आदत पुरानी है
_ सोनम पुनीत दुबे

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