बहुत बोल लिया है
बहुत बोल लिया है
अब सुनने की बारी है
कहने को तो बहुत कुछ है पास में
लेकिन हमें तो मौन की बीमारी है
अलग थलग रहने की आदत पुरानी है
_ सोनम पुनीत दुबे
बहुत बोल लिया है
अब सुनने की बारी है
कहने को तो बहुत कुछ है पास में
लेकिन हमें तो मौन की बीमारी है
अलग थलग रहने की आदत पुरानी है
_ सोनम पुनीत दुबे