बहुत प्यार करती है वो सबसे
वह प्यार करती है सबसे
मतलब घर से ,पति से
बच्चों से ,सास ससुर से ।
ऐसी होती है गृहणी।
घर जिसका ऋणी होता है।
वो डाक्टर ,बाई , चौकीदार
नौकर ,शेफ सब कुछ बनती है
घर के लिए
बच्चों के लिए
प्यार की बात छोड़िए
वो तो चादर , सोफ़ा,पर्दा
और यहां तक हर दीवार से भी
प्यार करती है
उम्र भर निभाती भी है
अलग नहीं होना चाहती
घर से
बहुत प्यार करती है वो
अपने मायके में बूढ़े होते
मां बाप से
छिपा लेती है आंसू मुस्कान तले
ताज़ी चोट के निशानों को
महंगी साड़ी के पल्लू से
क्योंकि बहुत प्यार करती है वो।
बस खुद से ही प्यार करना भूल जाती है
दो घूंट प्यार की प्यासी
बहुत प्यार करती है वो सबसे
सुरिंदर कौर