बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
तुमने पूरे होने नही दिए।।
खो चुके थे तुम हमे “दिल”तोड़कर।
फिर भी हमने तुम्हे सोने नही दिए ।।
कवि _ राजेश व्यास “अनुनय”
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
तुमने पूरे होने नही दिए।।
खो चुके थे तुम हमे “दिल”तोड़कर।
फिर भी हमने तुम्हे सोने नही दिए ।।
कवि _ राजेश व्यास “अनुनय”