कुछ तो अच्छा छोड़ कर जाओ आप
बहुतों ने माएँ खोई,
बहुतों ने खोये बाप,
बहुतों के लाल के गए
बहुतों का पूरा परिवार,
वक़्त मिले तो साथ रहो,
प्यार करो और प्यार ही बांटो
जो गुजर गया न मिलता है
है चाह बहुत दौलत धन की
ये तृष्णा बहुत ही पापी है
संभलो और संभलो उसको
जो अब तक अभी तक बाकी है।
जाते हुए सब खाली गए
क्या ले जाओगे आप,
सब कुछ छोड़ के जाना है
कुछ अच्छा छोड़ के जाओ आप।