^^बहरूपिये लोग^^
जुबान से कहते हैं, कुछ
और करते हैं वो ,कुछ
ऐसे ऐसे लोग यहाँ
लगते हैं अब बहुत तुच्छ !!
नहीं ठहरते एक जगह
कदम कदम पर लड़खड़ाते
न जाने क्यों अपनी बातों से
लोगों को हैं बहकाते !!
कैसे करे कोई भरोसा
इन जैसे बहरूपियों का
जिन की बात में वजन नहीं
फिर भी बात लाखों की बताते !!
नहीं है लोग अब विश्वाश के
लायक इस दुनिआ में
सच बात तो यह है कि
“अजीत” हम को नहीं यह भाते !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ