Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Sep 2024 · 1 min read

“बस यूँ ही”

“बस यूँ ही”
कुछ बदल जाते हैं
कुछ मजबूर हो जाते हैं
बस यूँ ही लोग
एक-दूसरे से दूर हो जाते हैं।

2 Likes · 2 Comments · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
एक सत्य यह भी
एक सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
आपसी समझ
आपसी समझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नारी जाति को समर्पित
नारी जाति को समर्पित
Juhi Grover
ख़ुद की हस्ती मिटा कर ,
ख़ुद की हस्ती मिटा कर ,
ओसमणी साहू 'ओश'
3250.*पूर्णिका*
3250.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय प्रभात*
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
Shweta Soni
राष्ट्र धर्म
राष्ट्र धर्म
Dr.Pratibha Prakash
*तेरे इंतज़ार में*
*तेरे इंतज़ार में*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
* चली रे चली *
* चली रे चली *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)*
*सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)*
Ravi Prakash
Exam Stress
Exam Stress
Tushar Jagawat
मेरी कलम आज बिल्कुल ही शांत है,
मेरी कलम आज बिल्कुल ही शांत है,
Ajit Kumar "Karn"
*
*" पितृ पक्ष एवं श्राद्ध कर्म"*
Shashi kala vyas
* दिल बहुत उदास है *
* दिल बहुत उदास है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
राजू और माँ
राजू और माँ
SHAMA PARVEEN
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
Dr. Vaishali Verma
तेरी याद.....!
तेरी याद.....!
singh kunwar sarvendra vikram
*अजब है उसकी माया*
*अजब है उसकी माया*
Poonam Matia
सीमा प्रहरी
सीमा प्रहरी
लक्ष्मी सिंह
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
Kanchan Khanna
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
कवि रमेशराज
"तुलना"
Dr. Kishan tandon kranti
रोजगार मिलता नहीं,
रोजगार मिलता नहीं,
sushil sarna
मैं रुक गया जो राह में तो मंजिल की गलती क्या?
मैं रुक गया जो राह में तो मंजिल की गलती क्या?
पूर्वार्थ
"प्यार का सफ़र" (सवैया छंद काव्य)
Pushpraj Anant
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
भगवान भले ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च में न मिलें
भगवान भले ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च में न मिलें
Sonam Puneet Dubey
Loading...