“बस यादे रह जाती है”
लोग बिछड़ जाते है, बस यादे रह जाती है.
बीते लम्हो की कुछ, मुलाकाते रह जाती है.
साथ बीतये वो हसीन पल, अकेले मे रुलाते है.
कभी ख़ामोशी, कभी तन्हाई रूह को तड़पाते है.
आसिया बिखर जाता है, बस पहचान रह जाती है.
लोग बिछड़ जाते है, बस यादे रह जाती है.
आँखो मे आसुओ का समंदर रह जाता है.
वजह कुछ भी हो हर बात पर वो याद आता है.
किया खता हुई है मुझसे जो तु छोड़ गया.
मेरे आसिया, मेरे दिल से मुँह मोड़ गया.
एक तेरे आने से मेरे होटो पर मुस्कान आ जाती है.
लोग बिछड़ जाते है, बस यादें रह जाती है
मेरे हालत कैसे है, तुझे मे समझती
तेरे सीने से लिपटकर अपना हर दर्द बताती.
तू आये ना आये तेरे इंतजार मे मुझसे मिलेने तेरी खुशबू हर रोज आ जाती है.
लोग बिछड़ जाते है. बस यादे रह जाती है.