Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2022 · 1 min read

बस मनमानी है।

घर घर की यहीं कहानी है।
अदब लिहाज़ ना है बस मनमानी है।।1।।

मां बाप की बच्चे सुनते नही है।
बचाने के लिऐ सबकी दादी नानी है।।2।।

बेटा तो था ही निकम्मेंपन में।
बेटी भी फैशन की बड़ी दिवानी है।।3।।

एक रात में सितारा बनना है।
जाने कैसी होती जा रहीं जवानी है।।4।।

पता दो खत भेजना है खुदा को।
लिख कर बात अपनी बतलानी है।।5।।

मंदिर मस्जिद में सुनता नही है।
अब लिखके बताएंगे जो कहानी है।।6।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

ज़माने की नजर में बहुत
ज़माने की नजर में बहुत
शिव प्रताप लोधी
"की टूटे हुए कांच की तरह चकना चूर हो गया वो
पूर्वार्थ
Ranjeet Kumar Shukla- Hajipur
Ranjeet Kumar Shukla- Hajipur
हाजीपुर
तुम...
तुम...
Vivek Pandey
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
VINOD CHAUHAN
ये साल बीत गया पर वो मंज़र याद रहेगा
ये साल बीत गया पर वो मंज़र याद रहेगा
Keshav kishor Kumar
मेरी माँ कहती हैं..
मेरी माँ कहती हैं..
Swara Kumari arya
कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं।
कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
पीयूष गोयल में हाथ से लिखी दर्पण छवि में १७ पुस्तकें.
पीयूष गोयल में हाथ से लिखी दर्पण छवि में १७ पुस्तकें.
Piyush Goel
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
एकांत में रहता हूँ बेशक
एकांत में रहता हूँ बेशक
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
झूठे और मक्कारों को तो बेनकाब होना था
झूठे और मक्कारों को तो बेनकाब होना था
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
जहां विश्वास है वहां प्रेम है जहां मोह है वहां क्रोध है, हमे
जहां विश्वास है वहां प्रेम है जहां मोह है वहां क्रोध है, हमे
Ravikesh Jha
प्रकृति संग इंसानियत की जरूरत
प्रकृति संग इंसानियत की जरूरत
Sudhir srivastava
Childhood is rich and adulthood is poor.
Childhood is rich and adulthood is poor.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ममतामयी माँ
ममतामयी माँ
Pushpa Tiwari
.
.
*प्रणय*
తేదీ
తేదీ
Otteri Selvakumar
तू कहती रह, मैं सुनता रहूँगा।।
तू कहती रह, मैं सुनता रहूँगा।।
Rituraj shivem verma
"रचती सुन्दर सृष्टि"
Dr. Kishan tandon kranti
THOUGHT
THOUGHT
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन और रोटी (नील पदम् के दोहे)
जीवन और रोटी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Unveiling the Unseen: Paranormal Activities and Scientific Investigations
Unveiling the Unseen: Paranormal Activities and Scientific Investigations
Shyam Sundar Subramanian
* कुछ सीख*
* कुछ सीख*
Vaishaligoel
*शादी में है भीड़ को, प्रीतिभोज से काम (हास्य कुंडलिया)*
*शादी में है भीड़ को, प्रीतिभोज से काम (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
अरविंद भारद्वाज
Compassionate companion care services in Pikesville by Respo
Compassionate companion care services in Pikesville by Respo
homecarepikesville
बदनाम
बदनाम
Deepesh Dwivedi
Loading...