Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2023 · 1 min read

बस तेरी याद बाकी है ….

आज इन गलियारों में सुनी राह दिखती है?
ये खुलती बाहें, ये बड़ते हाथ
होकर न किसी के भी,
किसी की परछाव दिखती है।
‌ और आज भी हर सांस में,
तेरी खुशबू महकती है।
मैं जमाना भूल बैठा हुँ,
बस तेरी याद बाकी है ….

ये हर पल झपकती पलकें
ये हर टपकते आँसु,
ये हर गुजरता लम्हा,
मुझे मदहोश करता है,
मैं जमाना भूल बैठा हुँ,
बस तेरी याद बाकी है ……

वो महकता लाल फूल,
आज पन्नों मे दफन,
वो तेरा हंसता चेहरा,
आज आँखो में दफन,
ये हर गुजरती गालियों में,
बस तेरी तलाश जारी है,
और जान तो कबकी गँवा बैठें,
बस अब ये लास बाँकी है,
मैं जमाना भूल बैठा हूं।
बस तेरी याद बाकी हैं…….

(निशब्द )
Harshit Nailwal

Language: Hindi
1 Like · 229 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हम भी अपनी नज़र में
हम भी अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
बेटी पढ़ायें, बेटी बचायें
बेटी पढ़ायें, बेटी बचायें
Kanchan Khanna
सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कह न पाई सारी रात सोचती रही
कह न पाई सारी रात सोचती रही
Ram Krishan Rastogi
कभी लौट गालिब देख हिंदुस्तान को क्या हुआ है,
कभी लौट गालिब देख हिंदुस्तान को क्या हुआ है,
शेखर सिंह
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
Rj Anand Prajapati
जाना जग से कब भला , पाया कोई रोक (कुंडलिया)*
जाना जग से कब भला , पाया कोई रोक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ओ पथिक तू कहां चला ?
ओ पथिक तू कहां चला ?
Taj Mohammad
"धीरे-धीरे"
Dr. Kishan tandon kranti
मेहनत करने की क्षमता के साथ आदमी में अगर धैर्य और विवेक भी ह
मेहनत करने की क्षमता के साथ आदमी में अगर धैर्य और विवेक भी ह
Paras Nath Jha
భరత మాతకు వందనం
భరత మాతకు వందనం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अंत समय
अंत समय
Vandna thakur
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
।। बुलबुले की भांति हैं ।।
।। बुलबुले की भांति हैं ।।
Aryan Raj
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
Nasib Sabharwal
एकांत मन
एकांत मन
TARAN VERMA
* थके पथिक को *
* थके पथिक को *
surenderpal vaidya
अन्नदाता किसान
अन्नदाता किसान
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मईया रानी
मईया रानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दो नयनों की रार का,
दो नयनों की रार का,
sushil sarna
मेरा जीने का तरीका
मेरा जीने का तरीका
पूर्वार्थ
प्रेम की बात जमाने से निराली देखी
प्रेम की बात जमाने से निराली देखी
Vishal babu (vishu)
पुष्प सम तुम मुस्कुराओ तो जीवन है ।
पुष्प सम तुम मुस्कुराओ तो जीवन है ।
Neelam Sharma
रहे हरदम यही मंजर
रहे हरदम यही मंजर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
2925.*पूर्णिका*
2925.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घट भर पानी राखिये पंक्षी प्यास बुझाय |
घट भर पानी राखिये पंक्षी प्यास बुझाय |
Gaurav Pathak
आदि शंकराचार्य
आदि शंकराचार्य
Shekhar Chandra Mitra
चिकने घड़े
चिकने घड़े
ओनिका सेतिया 'अनु '
#आज_का_गीत :-
#आज_का_गीत :-
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...