Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

बस कर

तिरे मुस्कुराते चेहरे पे दिल से कई अशआर कहा बस कर
तुझे रक़ीब के अलावा हमेशा कुछ भी ना दिखा बस कर

आज तीन साल बाद मैंने अनसुना किया तो रो पड़ी तुम
तुम्हें पुकारते पुकारते कभी चीख पड़ा था गला बस कर

मैं बेहया , खुदगर्ज़ , बे-ग़ैरत , काफिर ,जहर सब के सब
इससे ज़्यादा अबकी बार और कुछ भी ना सुना बस कर

तुमने कहा अलविदा मैंने मान लिया खुद को समझा लिया
अब दुबारा यूँ कहीं टकरा बुझे हुए चराग़ न जला बस कर

तुझसे इश्क है आजतक म’गर पाना नहीं तुझे किसी जमाने
ज़ुल्फ़-ए-परेशान से अब क्या होगा टूट चुका हर नशा बस कर

@कुनु

61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
24/01.*प्रगीत*
24/01.*प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
Kailash singh
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
Neelam Sharma
सलाम मत करना।
सलाम मत करना।
Suraj Mehra
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
दोहा त्रयी. . . . .
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
■ गीत / पधारो मातारानी
■ गीत / पधारो मातारानी
*प्रणय प्रभात*
जमाने को खुद पे
जमाने को खुद पे
A🇨🇭maanush
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
सत्य कुमार प्रेमी
चारु
चारु
NEW UPDATE
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
दूरियाँ जब बढ़ी, प्यार का भी एहसास बाकी है,
दूरियाँ जब बढ़ी, प्यार का भी एहसास बाकी है,
Rituraj shivem verma
*
*"बापू जी"*
Shashi kala vyas
*सूरत चाहे जैसी भी हो, पर मुस्काऍं होली में 【 हिंदी गजल/ गीत
*सूरत चाहे जैसी भी हो, पर मुस्काऍं होली में 【 हिंदी गजल/ गीत
Ravi Prakash
खिंची लकीर
खिंची लकीर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अधिकार और पशुवत विचार
अधिकार और पशुवत विचार
ओंकार मिश्र
आईना
आईना
Sûrëkhâ
सभी को सभी अपनी तरह लगते है
सभी को सभी अपनी तरह लगते है
Shriyansh Gupta
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
कत्ल खुलेआम
कत्ल खुलेआम
Diwakar Mahto
तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ,
तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ,
Kalamkash
मनभावन बसंत
मनभावन बसंत
Pushpa Tiwari
*** चोर ***
*** चोर ***
Chunnu Lal Gupta
बने हुए मिल गए कुछ रास्ते सफ़र में
बने हुए मिल गए कुछ रास्ते सफ़र में
Saumyakashi
जो कहना है खुल के कह दे....
जो कहना है खुल के कह दे....
Shubham Pandey (S P)
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"𝗜 𝗵𝗮𝘃𝗲 𝗻𝗼 𝘁𝗶𝗺𝗲 𝗳𝗼𝗿 𝗹𝗼𝘃𝗲."
पूर्वार्थ
बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
Keshav kishor Kumar
मैं मेरी कहानी और मेरी स्टेटस सब नहीं समझ पाते और जो समझ पात
मैं मेरी कहानी और मेरी स्टेटस सब नहीं समझ पाते और जो समझ पात
Ranjeet kumar patre
Loading...