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14 Feb 2024 · 1 min read

बसंत पंचमी।

बसंत आया, रंगीन छाया आसमान,
पंखों में लिपटी बहार,
मिली खुशियों का यह त्योहार।

सरसों की महक, गुलाबों का प्यार,
वसंत पंचमी के दिन, फूलों की हो
बौछार।
माँ सरस्वती की कृपा से, बुद्धि और ज्ञान का सागर,
ध्यान, ज्ञान, अभ्यास का आशिर्वाद मिले अपार ।

बसंत ऋतु आई, रंग-बिरंगी बहार,
फूलों की खुशबू, गाती है प्रकृति गुलजार।
पीला बसंती वस्त्र, साथ लाई खुशी की मिठास,
वसंत पंचमी की आई, सुनहरी बहार की साथ।

बसंत आया, रंगीन छाया आसमान,
पंखों में लिपटी बहार,
मिली खुशियों का यह त्योहार।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 65 Views
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