बलिराजा
बलिराजा रे आत्महत्या का नही तेरा ये रास्ता.
तेरा जीवन है समरंगण कठीणाईयो से है तेरा वास्ता.
क्यू होता हैरान तू क्यों होता है परेशान.
अपरिमित है तेरी शक्ती तू दुनिया को करता है अन्न प्रदान.
अन्नदाता है तू दुनिया का दुनिया को देता है अन्न.
धन्य तेरी ये महिमा राजा तुझ संम नही कोई अन्य.
निराशा भुलकर उठ अब तू लेकर नई उमंग.
कष्टो का तुझे मिलेगा सिला कठीणाया होगी तेरी भंग.