अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर …
बलम सब फूँक घर आया, सखी फूटे करम मेरे।
सुरा सौतन बना लाया, सखी फूटे करम मेरे।
भला कैसा नशा छाया, खुशी गिरवी रखा आया।
गँवा सुख-चैन गम लाया, सखी फूटे करम मेरे।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
“चयनिका” से
बलम सब फूँक घर आया, सखी फूटे करम मेरे।
सुरा सौतन बना लाया, सखी फूटे करम मेरे।
भला कैसा नशा छाया, खुशी गिरवी रखा आया।
गँवा सुख-चैन गम लाया, सखी फूटे करम मेरे।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
“चयनिका” से