बन नेक बन्दे रब के
बन नेक बन्दे रब के
सिफत उसी के गा।
इंसान बन इंसान के
हरदम तू काम आ।
मौला के घर में
एक ही सिक्के का है चलन ।
इबादत की टकसाल से
उसको कमा के ला।
सतीश सृजन
बन नेक बन्दे रब के
सिफत उसी के गा।
इंसान बन इंसान के
हरदम तू काम आ।
मौला के घर में
एक ही सिक्के का है चलन ।
इबादत की टकसाल से
उसको कमा के ला।
सतीश सृजन