#बरवै छंद
बरवै छंद की परिभाषा और उदाहरण
परिभाषा-बरवै एक अर्धसममात्रिक छंद है;इसमें चार चरण होते हैं,इसके पहले और तीसरे चरण में बारह-बारह मात्राएँ एवं दूसरे और चौथे चरण में सात-सात मात्राएँ होती हैं।इसके दूसरे और चौथे चरण के अंत में जगण(121)या तगण(221) आकर छंद को सुरीला बना देता है।
बरवै छंद का उदाहरण-
काम कष्ट में आता,सच्चा मित्र।
आँखें मोहित करता,अच्छा चित्र।।
सुनके संगीत मधुर,बनो निरोग।
सौंदर्य बढ़ाए वय,करो प्रयोग।।
बोलो शब्द तोलकर,बनो सुजान।
वापिस तीर न आए,छुटा कमान।।
आँख मिलेंगी सबसे,रख व्यवहार।
फूल सभी जन चाहें,एक न ख़ार।।
#आर.एस.’प्रीतम’