Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2021 · 1 min read

बनल रहा बरियार मोदी जी

छूट गइल कुल यार संघाती , घरवां के परिपाटी ।
दिन से भइली हीन गाँव क गरियावेले माटी ।
धय धय लोला दाबेले सरकार मोदी जी ।
राम करें तूं बनल रहा बरियार मोदी जी ।

चिक्कन चिक्कन बात तू खाली टीबी से बतियावा ।
समय के मारल लइकन के कह पुलिस से लतियावा ।
बस भाषण में बांटा तू रोजगार मोदी जी ।
राम करें तूं बनल रहा बरियार मोदी जी ।

माई बहिन क गारि देवे खातिर हव परशासन ।
सुन सुन के बरदास करिले जइसे कुस के डासन ।
पढ़ लिख के भी ताकि मुँह तोहार मोदी जी ।
राम करें तूं बनल रहा बरियार मोदी जी ।

सांझ सबेरे ढिबरी लेखा भभकी अउर बुताईं।
गांव के लोगवा पुछेलें कब कपरा मऊर बन्हाई ।
अर्थहीन हो गइली हम बेकार मोदी जी ।
राम करें तूं बनल रहा बरियार मोदी जी ।

तीन लोक क बिजयी रावण बनबासी से हारल ।
बानर के बानर जाने क गलती लंका जारल ।
जिन बुझा तू संसद के ससुरार मोदी जी ।
राम करें तूं बनल रहा बरियार मोदी जी ।
संविधान क हम्मे कवन असार मोदी जी ।
राम करें तूं बनल रहा बरियार मोदी जी ।

✍️ धीरेन्द्र पांचाल

Language: Hindi
205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जन अधिनायक ! मंगल दायक! भारत देश सहायक है।
जन अधिनायक ! मंगल दायक! भारत देश सहायक है।
Neelam Sharma
अभी और कभी
अभी और कभी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है
एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है
प्रेमदास वसु सुरेखा
I am sun
I am sun
Rajan Sharma
वैविध्यपूर्ण भारत
वैविध्यपूर्ण भारत
ऋचा पाठक पंत
अनुराग
अनुराग
Sanjay ' शून्य'
मतदान
मतदान
Dr Archana Gupta
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
Devesh Bharadwaj
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
सफर कितना है लंबा
सफर कितना है लंबा
Atul "Krishn"
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
gurudeenverma198
बँटवारे का दर्द
बँटवारे का दर्द
मनोज कर्ण
कहा किसी ने
कहा किसी ने
Surinder blackpen
आँखें
आँखें
Neeraj Agarwal
జయ శ్రీ రామ...
జయ శ్రీ రామ...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
तू इश्क, तू खूदा
तू इश्क, तू खूदा
लक्ष्मी सिंह
चार यार
चार यार
Bodhisatva kastooriya
बरसें प्रभुता-मेह...
बरसें प्रभुता-मेह...
डॉ.सीमा अग्रवाल
रहे हरदम यही मंजर
रहे हरदम यही मंजर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
मैं उन लोगों से उम्मीद भी नहीं रखता हूं जो केवल मतलब के लिए
मैं उन लोगों से उम्मीद भी नहीं रखता हूं जो केवल मतलब के लिए
Ranjeet kumar patre
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
डॉ ऋषि कुमार चतुर्वेदी (श्रद्धाँजलि लेख)
डॉ ऋषि कुमार चतुर्वेदी (श्रद्धाँजलि लेख)
Ravi Prakash
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सोचें सदा सकारात्मक
सोचें सदा सकारात्मक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
$úDhÁ MãÚ₹Yá
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
ये जो समुद्र है कि बड़े अकड़ में रहता है
ये जो समुद्र है कि बड़े अकड़ में रहता है
कवि दीपक बवेजा
Dr arun kumar शास्त्री
Dr arun kumar शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गांधी जी का चौथा बंदर
गांधी जी का चौथा बंदर
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Loading...