#कुंडलिया//सावन
आया सावन झूम के , नाचे छमछम मोर।
हरियाली चहुँ ओर है , खुशियों का हर छोर।।
खुशियों का हर छोर , पपीहा दादुर गाते।
कोयल छेड़े तान , बोल सबके मन भाते।
सुन प्रीतम की बात , पवन संदेशा लाया।
सजनी है बेचैन , मिलन का मौसम आया।
#आर.एस. ‘प्रीतम’