Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

बदनाम

इस कदर हमको न चाहो हम बहुत बदनाम है
कोई भी हम जैसा न हो हम बहुत बदनाम हैं

मद भरे नयनों से प्रणय के निमंत्रण आ रहे हैं
थरथराते होंठ कुछ कहने को कंपकंपा रहे हैं
हृदय की वीणा के तार मधुर स्वर गुंजा रहे हैं
माफ कर दो बाज आओ हम बहुत बदनाम हैं

नहीं है पाषाण मेरा हृदय इसमें भाव है
अनगिनत लेकिन जगत से पाए इसने घाव हैं
निठुरता की कड़ी धूप में नेह की बस छाँव है
अपना निर्णय तुम बताओ हम बहुत बदनाम है

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 65 Views

You may also like these posts

चेहरे पर अगर मुस्कुराहट हो
चेहरे पर अगर मुस्कुराहट हो
Paras Nath Jha
"मदिरा"
Dr. Kishan tandon kranti
ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे।
ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
व्यवहारिकता का दौर
व्यवहारिकता का दौर
पूर्वार्थ
छोड़ दिया किनारा
छोड़ दिया किनारा
Kshma Urmila
इल्म
इल्म
Bodhisatva kastooriya
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
Sarla Mehta
नींद आती है सोने दो
नींद आती है सोने दो
Kavita Chouhan
रूह की चाहत🙏
रूह की चाहत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जागरूकता
जागरूकता
Rambali Mishra
GM
GM
*प्रणय*
- जिंदगी को जी लो -
- जिंदगी को जी लो -
bharat gehlot
कनेक्शन
कनेक्शन
Deepali Kalra
Oppressed life
Oppressed life
Shyam Sundar Subramanian
कोलकाता की मौमीता का बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या....ये तत्
कोलकाता की मौमीता का बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या....ये तत्
ruby kumari
सत्यपथ
सत्यपथ
डॉ. शिव लहरी
एक ऐसा दोस्त
एक ऐसा दोस्त
Vandna Thakur
मैंने देखा है बदलते हुये इंसानो को
मैंने देखा है बदलते हुये इंसानो को
shabina. Naaz
खबर नही है पल भर की
खबर नही है पल भर की
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कविता __ ( मन की बात , हिंदी के साथ )
कविता __ ( मन की बात , हिंदी के साथ )
Neelofar Khan
बहारों के मौसम में तेरा साथ निभाने चला हूं
बहारों के मौसम में तेरा साथ निभाने चला हूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जन्म दिया माँबाप ने,  है उनका आभार।
जन्म दिया माँबाप ने, है उनका आभार।
seema sharma
ഋതുമതി
ഋതുമതി
Heera S
उफ ये सादगी तुम्हारी।
उफ ये सादगी तुम्हारी।
Taj Mohammad
प्रीत लगाकर कर दी एक छोटी सी नादानी...
प्रीत लगाकर कर दी एक छोटी सी नादानी...
Jyoti Khari
नारी तू नारायणी
नारी तू नारायणी
Dr.Pratibha Prakash
*प्राण-प्रतिष्ठा (दोहे)*
*प्राण-प्रतिष्ठा (दोहे)*
Ravi Prakash
मन मूरख बहुत सतावै
मन मूरख बहुत सतावै
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...