बडी बहन
वो मां के जैसी ही तो है उसकी हर डांट वैसे ही तो है ।
उसकी सीख उसके संस्कार ,कैसे रहना है इस दुनिया में वही तो सिखाती है , वो मां के जैसी ही तो है ।
मां की गोद से निकलकर उसी की गोद को तो पाया, जो हर मुसीबत में साथ देती है , कहती है कि सब ठीक हो जाएगा ,
मां के बाद एक वो ही तो है।
कितने लड़े, कितने झगडे गलती भी हमारी और रूठे भी हम, मगर मानती हमें वो ही तो है, वो मां के जैसी ही तो है ।
मां के आंचल के बाद ,उसी के आंचल मे सर छुपाया , मां के बाद उसी ने हाथ थमाया सारी मेरी गलती को भुलाया ,मेरी जिद्द के आगे सर उसी ने झुकाया ,
वो वैसी ही तो है ,वो मां के जैसी ही तो है।
सारी जिम्मेदारी का बोझ उसी पर होता है ,बड़े होने का फर्ज अदा करना होता है, फिर भी हम सुनाते उसी को तो हैं
वो परछाई है मां की जो हर पल हम पर छाई हैं ।
उसकी सीख कभी कम नहीं होती,
वो ऐसी ही तो है , वो मां के जैसी ही तो है
वो मेरी बड़ी बहन वैसे ही तो है